हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार,रॉयटर्स की रिपोर्ट के हवाले से, हमास के ग़ाज़ा स्थित राजनीतिक कार्यालय प्रमुख और वार्ता प्रभारी ख़लील अलहय्या ने अपने एक टीवी भाषण में कहा कि हमास अब अस्थायी समझौतों को स्वीकार नहीं करेगा और केवल एक समग्र समाधान को ही मानेगा।
उन्होंने कहा,नेतन्याहू और उनकी कैबिनेट आंशिक समझौतों का इस्तेमाल फ़िलस्तीनीयों के ख़िलाफ़ नरसंहार और भूखमरी जारी रखने के लिए एक पर्दे के रूप में कर रहे हैं चाहे इसकी क़ीमत उनके अपने क़ैदियों की जान ही क्यों न हो। हम इस नीति का हिस्सा नहीं बनेंगे।
इसके जवाब में अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जेम्स ह्युइट ने कहा,हमास की यह बात दर्शाती है कि वे शांति में नहीं, बल्कि लगातार हिंसा में विश्वास रखते हैं। ट्रंप प्रशासन की शर्तें अब भी वही हैं क़ैदियों को रिहा करो, नहीं तो नतीजा भुगतो।इस बीच, हाल ही में मिस्र की मध्यस्थता में काहिरा में हुई वार्ता भी बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई।
इससे पहले तेल अवीव ने 45 दिनों के संघर्षविराम का प्रस्ताव दिया था ताकि क़ैदियों की रिहाई और युद्ध समाप्ति के लिए अप्रत्यक्ष बातचीत शुरू की जा सके, लेकिन हमास ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया और अपने संगठन को निरस्त्र करने की शर्त को अस्वीकार्य बताया।
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